यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड का भरपूर लाभ उठाना चाहते है तो आपको क्रेडिट कार्ड्स से संबंधित बुनियादी 6 चार्जेज ( Credit Card Fees And Charges In Hindi ) के बारे में जानना जरूरी हो जाता है।
वर्तमान में क्रेडिट कार्ड्स, बड़ी तेजी से दुनिया भर के असंख्य लोगों के लिए पसंदीदा ऑनलाइन भुगतान का जरिया बनता जा रहा है। इसका समझदारी से इस्तेमाल आपको फायदा भी दिला सकता है और अगर आप इसका इस्तेमाल लापरवाही से करतें है तो यह आपके लिए नुकसान का कारण भी बन सकता है।
सभी क्रेडिट कार्ड्स एजेंसी अपने कस्टमर को लुभाने के लिए कई प्रकार के ऑफर्स देती है जैसे कि – कैशबैक, ऑनलाइन खर्च और रेस्टोरेंट्स में स्पेशल डिस्काउंट्स और गिफ्ट, वाउचर और यहाँ तक कि एयर माइल्स भी मिलते हैं। जिसके कारण हम इन लुभावने और आकर्षक ऑफर्स के बहकावे में आकर एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड्स ले लेते है।
इसलिए हमें क्रेडिट कार्ड्स के उपयोग और जिम्मेदारी के साथ उधार लेने के फ़ायदे और नुक़सान पर भी ध्यान देना जरुरी हो जाता है। इस कारण हमें क्रेडिट कार्ड्स से संबंधित तरह-तरह की फीस और चार्ज के बारे में भी जानकारी हासिल करना बेहद जरूरी हो जाता है।
Credit Card Fees And Charges In India

1.इंटरेस्ट चार्ज ( INTEREST CHARGE )
यह क्रेडिट कार्ड्स का सबसे बुनियादी चार्ज है। यह चार्ज सिर्फ रिवोल्विंग क्रेडिट के मामले में ही लिया जाता है। यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड बिल का पेमेंट अगले महीने के लिए टाल देते हैं, तो उसे रिवोल्विंग क्रेडिट कहा जाता है। मासिक अंतिम समय सीमा के भीतर अपने क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में उल्लिखित फुल अमाउंट का पेमेंट न करने पर बाकी के अमाउंट पर इंटरेस्ट लगता है।
उदाहरण के लिए, यदि किसी महीने में कुल मिलाकर 20,000 रुपए का पेमेंट करना है और आप सिर्फ 10,000 रुपए का ही पेमेंट करते हैं, तो बाकी के अमाउंट (यानी 20,000-10,000=10,000 रुपए) पर इंटरेस्ट लगेगा। जब तक पूरी रकम का पेमेंट नहीं हो जाता तब तक प्रत्येक आने वाले बिल सायकल तक इंटरेस्ट लिया जाता रहेगा। कार्ड के प्रकार और कार्ड कंपनी की नीतियों के आधार पर इंटरेस्ट चार्ज अलग-अलग हो सकता है। जो आम तौर पर 40% से 45% प्रति वर्ष के आसपास हो सकता है।
2 .एनुअल फीस ( CREDIT CARD ANNUAL CHARGES )
अधिकांश क्रेडिट कार्ड्स कंपनियां, कुछ ख़ास तरह के कार्ड पर, कार्ड सायकल की शुरुआत में और उसके बाद साल में एक बार, एक एनुअल फीस लेती हैं। एनुअल फीस निश्चित नहीं होती है, अलग-अलग कार्ड की एनुअल फीस अलग-अलग होती है। लेकिन, कई कार्ड ऐसे भी हैं जिनकी एनुअल फीस को माफ़ कर दिया जाता है या कम कर दिया जाता है। जब कार्ड धारक एक पूर्व निर्धारित खर्च या उपयोग टारगेट को पूरा कर लेता है।
इसके अलावा, बाजार में शून्य एनुअल फीस वाले क्रेडिट कार्ड की कमी नहीं है। इसलिए आपको एक क्रेडिट कार्ड की एनुअल फीस से संबंधित नियमों एवं शर्तों के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए और कोई भी क्रेडिट कार्ड लेने से पहले इस बात का मूल्यांकन कर लेना चाहिए कि वह कार्ड लेने लायक है या नहीं। एनुअल फीस के बदले में बोनस रिवार्ड पॉइंट्स या अन्य सुविधाएं इत्यादि मिल रहा हो तो बेहतर रहेगा।
3. फॉरेन ट्रांजैक्शन फीस ( FOREIGN TRANSACTION FEES )
अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन पर आम तौर पर अलग से एक चार्ज लगता है जिसे फॉरेन ट्रांजैक्शन फीस के नाम से जाना जाता है। यह आम तौर पर लेनदेन की रकम का 1 से 3% के आसपास होता है। ये चार्ज तभी लगते हैं जब आप किसी फॉरेन करंसी में पेमेंट करते हैं या जब आप किसी विदेशी बैंक के माध्यम से कोई लेनदेन करते हैं।
विदेशी ATM से पैसे निकालने से लेकर PoS टर्मिनलों पर अपने कार्ड को स्वाइप करने तक हर चीज के लिए यह फॉरेन ट्रांजैक्शन फीस लग सकती है। अब कई बैंक, ट्रेवल कार्ड देने लगे हैं जिस पर फॉरेन ट्रांजैक्शन फीस नहीं लगती है या कुछ ख़ास विदेशी लेनदेनों पर लगने वाले चार्ज सीमित होते हैं।
4. लेट पेमेंट फीस ( LATE PAYMENT FEES )
किसी महीने में किसी नियत तारीख को क्रेडिट कार्ड बिल का पेमेंट छूट जाने पर, बैंक सम्पूर्ण देय राशि पर एक लेट पेमेंट चार्ज लेता है। लेट फीस आम तौर पर बाकी बचे अमाउंट के रेंज के आधार पर ली जाती है और अलग-अलग बैंक में यह फीस अलग-अलग हो सकती है। लगातार कुछ बिल सायकल्स के दौरान बिल का पेमेंट छूटने पर बैंक आपके कार्ड को ब्लॉक कर सकता है, इसलिए हमेशा नियत तारीख से पहले कम से कम मिनिमम अमाउंट ड्यू का पेमेंट कर देना चाहिए।
इसके अलावा, मिनिमम अमाउंट ड्यू का पेमेंट करने पर भी, बाकी बचे अमाउंट पर इंटरेस्ट चार्ज लिया जाता है, इसलिए अंतिम समय सीमा के भीतर हर महीने टोटल आउटस्टैंडिंग अमाउंट का पेमेंट कर देना सबसे अच्छा होता है।
5. कैश विथड्रॉल चार्ज ( CASH WITHDRAWAL CHARGE )
हालांकि यह एक सही चॉइस नहीं है। लेकिन फिर भी आप जरूरत पड़ने पर ATM से नकद पैसे निकालने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन इस पर भी एक चार्ज लगता है। इसे कैश एडवांस फीस के नाम से भी जाना जाता है, यह चार्ज या तो एक फिक्स्ड चार्ज के रूप में लिया जा सकता है या निकाली गई रकम के एक प्रतिशत के रूप में।
कैश विथड्रॉल अमाउंट, आपके क्रेडिट लिमिट पर आधारित होगा और यह आम तौर पर आपके पास मौजूदा क्रेडिट का 40% तक होता है। इस बात पर ध्यान देना जरूरी है कि ATM से पैसे निकालने पर, पैसे निकालने के दिन से ही इंटरेस्ट लिया जाने लगता है, जो कि निकाली गई रकम का 3 से 5% तक हो सकता है।
6. गुड्स एण्ड सर्विसेज टैक्स ( GOODS AND SERVICES TAX )
समय पर अपने क्रेडिट कार्ड बिल का पेमेंट करने का एक और कारण यह है कि क्रेडिट कार्ड पर लगने वाली हर तरह की फीस और चार्ज जैसे इंटरेस्ट चार्ज, लेट पेमेंट फीस, एनुअल फीस, कैश एडवांस फीस, EMI चार्ज, इत्यादि पर 18% GST लगता है।

उम्मीद है कि इस गाइड की मदद से आप पूरी जानकारी के साथ सोच-समझकर फाइनेंशियल फैसले ले सकेंगे और आपकी दैनिक जरूरतों को सबसे अच्छी तरह पूरा करने वाले क्रेडिट कार्ड्स की मदद से अपने खर्च का भरपूर लाभ उठा सकेंगे।
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