Best Ratan Tata Quotes In Hindi 12 Best Ratan Tata Thoughts In Hindi

“जीवन में आगे बढ़ने के लिए उतार-चढ़ाव भी जरूरी है। क्योंकि ईसीजी मशीन में भी एक सीधी लाइन आ जाने पर व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया जाता है।“

~ Ratan Tata

दोस्तों टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष और भारत के जाने माने उद्योगपति रतन टाटा के जीवन पर आधारित यह Ratan Tata Biography in Hindi एक प्रेरणादायक जीवनी है, जो आपके जीवन व सोचने के नजरिये को बदल सकती है। आप चाहे महिला है या पुरुष, यह Hindi Biography आपके लिए एक जीवन बदलने वाली बायोग्राफी साबित हो सकती है।

आपको इस बायोग्राफी से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और आपको अपनी जिन्दगी के प्रति बहुत सारी मोटिवेशन और इंस्पिरेशन मिलेगी।

Table of Contents

भारत के जाने माने उद्योगपति रतन टाटा की जीवनी।

Sir Ratan Tata Biography in Hindi
Ratan Tata Biography in Hindi ( Ratan Tata Ki Jivani in Hindi )

Ratan Tata कौन है | Who is Ratan Tata?

भारत के एक बहुत ही प्रसिद्ध और धनाढ्य परिवार में जन्मे रतन टाटा, जिनका पूरा नाम रतन नवल टाटा है, एक भारतीय अरबपति बिजनेसमैन, निवेशक और एक जाने माने लोक परोपकारी व्यक्ति हैं। टाटा परिवार भारत के सबसे धनी और प्रसिद्ध परिवारों में से एक है। Ratan Tata, टाटा ग्रुप के रिटायर्ड अध्यक्ष हैं, जिन्होंने टाटा ग्रुप के अध्यक्ष के रूप में 1991 से 2012 तक कार्य किया है। इसके अलावा उन्होंने अक्टूबर 2016 से फरवरी 2017 तक टाटा ग्रुप के अंतरिम अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है। वर्तमान में Ratan Tata, टाटा ग्रुप में Tata Charitable Trust के अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

Ratan Tata के बारे में जानकारी | Information about Ratan Tata

Ratan Naval Tata
Ratan Tata Age – 85 years ( as on December 28, 2023 )
Ratan Tata Net worth In Rupees – 3800 Crore Rupees (according to Forbes data as of 31/10/2023)
Ratan Tata Wife – रतन टाटा अविवाहित हैं।
Ratan Tata Son – रतन टाटा अविवाहित हैं।
Ratan Tata Birthday – December 28
Ratan Tata Education – MSc. degree in Architecture from Cornell University, New York
Ratan Tata Family – Ratan Tata के पिता नवल टाटा एक भारतीय बिजनेसमैन थे और उनकी माता सोनू टाटा एक ग्रहणी थी। Ratan Tata का एक छोटा भाई Jimmy Tata भी है।
Ratan Tata House –Ratan Tata’s House in Colaba, Mumbai.
Ratan Tata Father and Mother Name – Ratan Tata’s father’s name – Naval Tata and Ratan Tata’s mother’s name – Sonu Tata.
Ratan Tata Religion – Hindu
Ratan Tata Brother Name – Jimmy Tata

Ratan Tata का जन्म और बचपन | Birth and Childhood of Ratan Tata

रतन नवल टाटा का जन्म एक बहुत बड़े उद्योगपति घराने और एक पारसी परिवार में 28 दिसंबर 1937 को गुजरात के सूरत शहर में हुआ था। Ratan Tata के पिता नवल टाटा एक भारतीय बिजनेसमैन थे और उनकी माता सोनू टाटा एक ग्रहणी थी। Ratan Tata का एक छोटा भाई Jimmy Tata भी है। जब Ratan Tata 10 साल के थे और इनके छोटे भाई जिम्मी टाटा केवल 7 साल के थे तो इनके माता-पिता के बीच में किसी झगड़े को लेकर तनाव पैदा हो गया और बात तलाक तक पहुंच गई।

तलाक के बाद Ratan Tata व उनके छोटे भाई Jimmy Tata का पालन पोषण उनकी दादी नवाजबाई टाटा के द्वारा किया गया। तलाक के कुछ समय बाद ही Ratan Tata के पिता नवल टाटा ने Simon Dunoyer Tata से दूसरी शादी कर ली उनकी दूसरी पत्नी सिमोन टाटा से उनका एक बेटा Noel Tata है।

Ratan Tata की एजुकेशन | Ratan Tata’s Education

रतन टाटा ने अपनी आठवीं तक की पढ़ाई मुंबई के Capmpion School से पूरी की तथा इसके बाद की पढ़ाई मुंबई के ही Cathedral and John Connon School और Bishop Cotton School से पूरी की। इसके बाद अपनी उच्च शिक्षा के लिए वे अमेरिका चले गए जहां उन्होंने 1955 में न्यूयॉर्क के Riverdale Country School से बीएससी की डिग्री हासिल की और 1959 में न्यूयॉर्क की ही Cornell University से आर्किटेक्ट में एमएससी की डिग्री हासिल की। 1975 में Ratan Tata ने अमेरिका के Harverd Business School से 7 सप्ताह की Advanced Management Program की पढ़ाई भी की।

Ratan Tata का शुरुआती बिजनेस | Ratan Tata’s early business

अपनी उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद शुरुआती कुछ सालों तक Ratan Tata ने अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहकर ही वहां की कुछ कंपनियों में नौकरी की जैसे कि John Amos और IBM। 1962 में जब वे IBM में काम कर रहे थे तो उनके अंकल JRD Tata की सलाह पर वे नौकरी छोड़कर भारत लौट आए और Tata Group में शामिल हो गए। इस तरह उन्होंने Tata Group के साथ अपने कैरियर की शुरुआत की।

Tata Group में अपने कैरियर के शुरुआती दिनों में उन्होंने जमशेदपुर में Tata Steel कंपनी में काम किया। इसी तरह धीरे-धीरे इनका अनुभव बढ़ता गया और उन्हें Tata Group की विभिन्न कंपनियों में काम करने का मौका मिलता रहा। आखिरकार 1971 में उन्हें National Radio & Electronics Company (NELCO) का निदेशक बना दिया गया। जब Ratan Tata ने इस कंपनी की बागडोर संभाली थी उस समय कंपनी के आर्थिक हालात काफी खराब थे।

लेकिन Ratan Tata के द्वारा NELCO कंपनी की जिम्मेवारी संभालते ही सबसे पहले उन्होंने कंपनी के हर पहलू जैसे कंपनी का लेखा जोखा, कर्मचारीयों संबंधी मुद्दे, माल वितरण और प्रबंधन संबंधी मुद्दों आदि का गहन विश्लेषण किया। जहां जहां सुधार की गुंजाइश थी, वहां नए सिरे से विभिन्न सुधार किए गए। कंपनी के समुचित प्रबंधन, वितरण और अन्य मुद्दों पर नई रणनीति बनाई गई। इन सब सुधारों और Ratan Tata के अथक प्रयासों की बदौलत कंपनी ने धीरे-धीरे अच्छे परिणाम देना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे NELCO एक घाटे की कंपनी से मुनाफे की कंपनी बन गई। 

लेकिन बाद में इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री कार्यकाल में जब देश में आर्थिक मंदी के हालात पैदा हो गए तो कंपनी को वित्तीय हानि उठानी पड़ी। रही सही कसर 1977 की कंपनी की यूनियन हड़ताल ने पूरी कर दी, जिसकी वजह से कंपनी इतने ज्यादा आर्थिक घाटे में चली गई कि कंपनी को बंद करना पड़ा और रतन टाटा जी के सारे प्रयास व्यर्थ चले गए।

इस घटना के कुछ समय बाद ही Ratan Tata को एक दूसरी कंपनी ( Empress Mill ), जो कि एक कपड़ा मिल कंपनी थी, का कार्यभार सौंप दिया गया। लेकिन कंपनी की आंतरिक गड़बड़ियों की वजह से बाद में इस कंपनी को भी बंद करना पड़ा। हालांकि Ratan Tata इस कंपनी को बंद करने के फैसले के विरोध में थे। लेकिन टाटा समूह के बोर्ड मेंबर्स के फैसले के आगे वह क्या कर सकते थे।

Chairman के रूप में कार्य | Ratan Tata’s Work as Chairman of Tata Group

टाटा समूह की विभिन्न कंपनियों में विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए Ratan Tata को बहुत सारा अनुभव हासिल हो चुका था। उनके इसी अनुभव और कड़ी मेहनत की बदौलत और उनकी काबिलियत को देखते हुए 1981 में JRD Tata व अन्य बोर्ड मेंबर्स की मीटिंग में उन्हें को टाटा ग्रुप का उत्तराधिकारी बनाने की अटकलें लगाई जा रही थी। सबसे ज़्यादा JRD Tata यह चाहते थे की रतन टाटा टाटा समूह के नए अध्यक्ष बने।

लेकिन टाटा समूह के अंतर्गत कार्य कर रही अन्य कंपनियों के प्रमुखों ने इस फैसले का यह कहकर विरोध किया कि Ratan Tata अभी कम अनुभवी हैं और टाटा ग्रुप को संभालने के काबिल नहीं है। इस कारण उनके उत्तराधिकारी बनने के फैसले को उस समय टाल दिया गया। लेकिन 1991 में JRD Tata ने दोबारा से एक साहस भरा फ़ैसला लिया और उन्होंने टाटा संस के चेयरमैन के रूप में अपने पद को छोड़ दिया और अपने उत्तराधिकारी के रूप में Ratan Tata को नामित किया।

जेआरडी टाटा ने उन्हें टाटा ग्रुप में Tata Sons व कुछ अन्य कंपनियों के अध्यक्ष पद की बागडोर दे दी। आमतौर पर टाटा संस के अध्यक्ष पद पर कार्यरत व्यक्ति ही टाटा समूह का भी अध्यक्ष होता है। टाटा ग्रुप में अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने काफी सुधार किए। उनके कार्यकाल में टाटा समूह ने नई ऊंचाइयों को छुआ, नए मुकाम हासिल किए। टाटा समूह में अध्यक्ष पद पर कार्य करते हुए उन्होंने टाटा समूह को ना केवल भारत में ही बल्कि विदेशों में भी पहचान दिलवाई। 

टाटा समूह में अपनी नई भूमिका में कार्य करते हुए उन्हें टाटा समूह के अंतर्गत कार्य कर रही अन्य कंपनियों के प्रमुखों के कड़े प्रतिरोध का भी सामना करना पड़ा। इनमें से कुछ कंपनी प्रमुख तो दशकों से जेआरडी टाटा की देखरेख में स्वतंत्र कार्य करते हुए बहुत ज्यादा शक्तिशाली और प्रभावशाली बन चुके थे। सबसे पहले Ratan Tata ने सबके लिए सेवानिवृत्ति की उम्र निर्धारित की, नए विचारों को प्रोत्साहित किया गया और युवा प्रतिभाओं को प्राथमिकता दी गई, इन नए सुधारों के परिणामस्वरूप कई कंपनी प्रमुखों को प्रतिस्थापित होना पड़ा और उनकी जगह नए युवा प्रतिभाओं को मिली।

इनके अलावा उन्होंने टाटा समूह के अंतर्गत कार्य कर रही सभी व्यक्तिगत कंपनियों को समूह कार्यालय में कंपनी के परिचालन संबंधी वार्षिक रिपोर्ट जमा करना और टाटा समूह के ब्रांड नेम के उपयोग और निर्माण करने के एवज में समूह में कुछ वित्तीय योगदान करना आदि अन्य सुधार भी किये और यह भी नियम बनाए गए की समूह के अंतर्गत कार्य कर रही सभी कंपनियों के ओवरलैपिंग ऑपरेशनओं को भी सुव्यवस्थित किया जाए।

टाटा समूह में उनके द्वारा अध्यक्ष पद पर कार्य करते हुए Tata Tea ने टेटली ( Tetley ) कंपनी, टाटा मोटर्स ( Tata Motors ) ने फोर्ड मोटर्स ( Ford Motors ) की जगुआर लैंड रोवर ( Jaguar Land Rover ) और टाटा स्टील ( Tata Steel ) ने कोरस ( Corus ) का अधिग्रहण किया। इनके अधिग्रहण के बाद टाटा समूह एक भारत केंद्रित समूह में रहकर एक वैश्विक समूह बन गया। वर्तमान में टाटा समूह 100 से अधिक देशों में कार्य कर रहा है। 

भारत की सबसे सस्ती कार टाटा नैनो ( Tata Nano ) का निर्माण भी Ratan Tata की ही अवधारणा पर आधारित है। 2015 में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल ( Harvard Business School ) में दिए गए एक इंटरव्यू में जब उनसे टाटा नैनो के निर्माण उद्देश्य के बारे में पूछा गया तो जवाब में उन्होंने कहा कि टाटा नैनो एक ऐसी कार है जिसका मूल्य एक औसत भारतीय उपभोक्ता की पहुंच के भीतर है। इसका निर्माण महत्वपूर्ण था इसकी वजह से दूसरी कार निर्माण कंपनियां भी ऐसी कम कीमत की कारों का निर्माण करेगी, जिनकी कीमत औसत भारतीय उपभोक्ताओं की पहुंच के भीतर होगी।

टाटा नैनो एक कॉम्पैक्ट सिटी कार है, जिसका निर्माण 2008 में टाटा मोटर्स के द्वारा भारतीय उपभोक्ताओं को ध्यान में रखकर किया गया था। 10 जनवरी 2008 में जब यह कार भारतीय बाजार में लांच की गई थी तो इसकी मार्केट कीमत लगभग एक लाख रुपए (2500$) थी।

Tata Group के अध्यक्ष पद से रिटायरमेंट | Retirement from the post of Chairman of Tata Group

टाटा समूह में 21 साल तक लगातार अपनी सेवाएं देने के बाद 28 दिसंबर 2012 में 75 वर्ष की उम्र में Ratan Tata ने अपनी सभी कार्यकारी शक्तियों से इस्तीफा दे दिया ( Tata Charitable Trust के अध्यक्ष पद को छोड़कर)। Ratan Tata के उत्तराधिकारी के रूप में Cyrus Mistry ( Shapoorji Pallonji Group के मालिक Pallonji Mistry के बेटे ) ने टाटा समूह का कार्यभार संभाला। पालोनजी मिस्त्री टाटा समूह के सबसे बड़े व्यक्तिगत शेयरधारक भी है। लेकिन कुछ आंतरिक गड़बड़ियों के कारण 24 अक्टूबर 2016 को साइरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटा दिया गया। इसके बाद एक बार फिर Ratan Tata को टाटा संस के अंतरिम अध्यक्ष पद को संभालने का मौका मिला। 

टाटा सन्स के नए अध्यक्ष पद के चयन के लिए एक चयन समिति का निर्माण किया गया। चयन समिति में सर Ratan Tata के अलावा टीवीएस ग्रुप ( TVS Group ) के मुख्य वेनू श्रीनिवासन, बैन कैपिटल ( Bain Capital ) के अमित चंद्रा, पूर्व राजनयिक रोनेन सेन और लॉर्ड कुमार भट्टाचार्य भी शामिल थे। मिस्टर भट्टाचार्य के अलावा चयन समिति के बाकी सभी सदस्य टाटा संस के बोर्ड मेंबर भी थे।

चयन समिति के गहन विश्लेषण के बाद 12 जनवरी 2017 को नटराजन चंद्रशेखरन ( Natarajan Chandrasekaran ) को टाटा संस के नए चेयरमैन के रूप में चुना गया और फरवरी 2017 से उन्होंने टाटा संस के नए चेयरमैन के रूप में अपनी जिम्मेदारी संभाली। इस तरह से Ratan Tata जी ने अक्टूबर 2016 से फरवरी 2017 तक टाटा संस के अंतरिम अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।

Tata Group के अन्य Investment और अधिग्रहण | Investments and Acquisitions of Tata Group

  • भारत की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील ( Snapdeal ) में आंशिक हिस्सेदारी ख़रीदी।
  • एक ऑनलाइन प्रीमियम भारतीय चाय विक्रेता कंपनी टी बॉक्स ( Teabox ) में आंशिक हिस्सेदारी खरीदी।
  • एक डिस्काउंट कूपन और कैशबैक वेबसाइट cashkro.com में आंशिक हिस्सेदारी।
  • वाहन सेवा प्रदाता कंपनी ओला कैब्स (Ola Cabs ) में निवेश हिस्सेदारी।
  • अप्रैल 2015 में टाटा ने घोषणा की थी कि वह चाइनीस स्मार्टफोन कंपनी शियाओमी ( Xiaomi ) में हिस्सेदारी खरीद रही है।
  • अक्टूबर 2015 में अमेरिकन एक्सप्रेस ( American Express ) में हिस्सेदारी खरीदी।
  • 2015 में ही बिटकॉइन वेंचर आबरा ( Abra ) में निवेश किया।
  • 2016 में टाटा ने बैचलर्स के लिए फुली फर्निश्ड फ्लैट उपलब्ध कराने वाली एक ऑनलाइन कंपनी नेस्टअवे ( Nestaway ) में निवेश किया, जिसका बाद में जेनिफ़ी (  Zenify ) ने अधिग्रहण कर लिया।
  • टाटा मोटर्स का गुजरात के साणंद में टाइगर इलेक्ट्रिकल्स (  Tigor Electric Vehicles ) नामक एक इलेक्ट्रिक प्लांट में भी निवेश किया है। इस इलेक्ट्रिक प्लांट के उद्देश्य के बारे में बताते हुए Ratan Tata ने कहा था कि टाइगर इलेक्ट्रिकल्स भारत के इलेक्ट्रिक वाहनों के सपने को तेजी से पूरा करेगी। भारत सरकार ने एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य के रूप में 2030 तक भारत में पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वाहनों का लक्ष्य रखा है।

Ratan Tata के पब्लिक चैरिटी कार्य | Ratan Tata’s Public Charity Work

रतन टाटा भारत के सबसे प्रमुख लोक परोपकारी व्यक्तियों में से एक हैं। वे ना केवल भारत में ही बल्कि दुनिया भर में चल रही विभिन्न लोक परोपकारी योजनाओं में वित्त पोषण कर रहे हैं। 2020 में भारत में फैले कोविड-19 ( Covid- 19 ) के दौरान भी उन्होंने आर्थिक सहायता के रूप में एक बड़ी राशि प्रधानमंत्री राहत कोष फंड ( PM Cares Fund ) में दान की।

टाटा भारत समेत दुनिया के कई देशों में शिक्षा, चिकित्सा और मूलभूत ग्रामीण विकास संबंधी विभिन्न योजनाओं को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहे हैं। टाटा ग्रामीण इलाकों में मूलभूत शिक्षा और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के समर्थक हैं।

रतन टाटा मानते हैं कि वर्तमान में चैरिटी के नजरिए बदल चुके हैं अब स्कूल और अस्पताल खुलवाना ही काफी नहीं है, बल्कि आपको संपूर्ण राष्ट्र विकास के बारे में सोचना होगा। उनका मानना है कि बिजनेस का मतलब सिर्फ मुनाफा कमाना नहीं बल्कि समाज और राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाना भी है।

Ratan Tata की पर्सनल लाइफ | Ratan Tata Personal Life

Sir Ratan Tata Biography in Hindi
Sir Ratan Tata Biography in Hindi

रतन टाटा अभी तक बैचलर ही है। एक इंटरव्यू में उन्होंने यह खुलासा किया कि वे चार बार प्यार में पड़ चुके हैं लेकिन कुछ निजी कारणों से शादी नहीं कर पाए। Ratan Tata बिल्कुल शांत, शर्मीले और सीधे स्वभाव के व्यक्ति हैं। वे ज्यादा चमक दमक और दिखावे में विश्वास नहीं करते। इनके दादा जी श्री जमशेदजी टाटा ( Jamsetji Tata ), टाटा ग्रुप के संस्थापक हैं। टाटा समूह की स्थापना 1868 में श्री जमशेदजी टाटा ( Jamshedji Tata ) के द्वारा मुंबई, महाराष्ट्र में की गई थी।

कई जगह रतन टाटा जी के पिता नवल टाटा को दत्तक पुत्र बताया गया है जिन्हे सर रतन टाटा जी ने गोद लिया था। लेकिन रतन टाटा जी की नानी टाटा समूह के संस्थापक श्री जमशेदजी टाटा की पत्नी हीराबाई टाटा की बहन थी और इनके दादा श्री हार्मोस जी टाटा टाटा परिवार का हिस्सा थे। इस तरह Ratan Tata जन्म से ही टाटा थे। 

1948 में जब Ratan Tata के माता-पिता का तलाक हुआ, उस समय Ratan Tata केवल 10 साल के थे और उनके छोटे भाई जिमी टाटा केवल 7 साल के थे। इनके माता-पिता के तलाक के बाद दोनों भाइयों की परवरिश इनकी विधवा दादी नवाजबाई टाटा ने की थी। इनकी दादी नवाजबाई टाटा ने इन्हें औपचारिक रूप से JN Petit पारसी अनाथालय के माध्यम से गोद लिया था। Ratan Tata मुख्य रूप से गुजराती और इसके अलावा हिंदी और अंग्रेजी भी अच्छी तरह से बोलते हैं।

2011 में एक इंटरव्यू में शादी के बारे में पूछे एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शादी के बारे में चार बार गंभीरता से आया और हर बार किसी डर या अन्य कारण से शादी को ना करना पड़ा। इसके अलावा Ratan Tata को पियानो बजाना, महँगी गाड़ियाँ चलाना और हवाई जहाज़ उड़ाना भी बहुत पसंद है।

Ratan Tata को मिले सम्मान और पुरस्कार | Ratan Tata received honors and awards

रतन टाटा को उनके व्यापार और वाणिज्य क्षेत्र में किए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए सन 2000 में भारत सरकार द्वारा भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण ( Padma Vibhushan ) से तथा 2008 में भारत के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण ( Padma Bhushan ) से सम्मानित किया था। इनके अलावा भी उन्हें भारत सरकार और अन्य देशों की सरकारों द्वारा बहुत सारे सम्मान और पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।

  • सन 2004 में उरुग्वे सरकार द्वारा Medal of the Oriental Republic of Uruguay से सम्मानित किया।
  • सन 2008 में Government of Singapore द्वारा Honorary Citizen Award से सम्मानित किया।
  • सन 2009 में United Kingdom द्वारा Honorary Knight Commander of the Order of the British Empire (KBE) से सम्मानित किया।
  • सन 2009 में Government of Italy द्वारा Grand Officer of the Order of Merit of the Italian Republic से सम्मानित किया।
  • सन 2010 में Business for Peace Foundation द्वारा Oslo Business for Peace award से सम्मानित किया।
  • सन 2010 में The Asian Awards द्वारा Business Leader of the Year से सम्मानित किया।
  • सन 2012 में Government of Japan द्वारा Grand Cordon of the Order of the Rising Sun से सम्मानित किया।
  • सन 2013 में India Leadership Conclave द्वारा Transformational Leader of the Decade Indian Affairs से सम्मानित किया।
  • सन 2013 में Ernst & Young द्वारा Ernst and Young Entrepreneur of the Year– Lifetime Achievement से सम्मानित किया।
  • सन 2014 में Baroda Management Association द्वारा Sayaji Ratna Award से सम्मानित किया।
  • सन 2015 में Baroda Management Association, Honoris Causa, HEC Paris द्वारा Sayaji Ratna Award से सम्मानित किया।
  • सन 2016 में Government of France द्वारा Commander of the Legion of Honour से सम्मानित किया।
Note – इसके अलावा भी रतन टाटा जी ने बहुत से अवॉर्ड्स और अचीवमेंट्स हासिल की है।

Ratan Tata की फैमिली व घर | Ratan Tata’s family and home

रतन टाटा अभी तक अविवाहित ही है। रतन टाटा की फैमिली में उनके अलावा उनके छोटे भाई जिम्मी टाटा और उनके सौतेले भाई नोएल टाटा भी है। 2012 के दिसंबर में टाटा समूह से अपनी रिटायरमेन्ट के बाद रतन टाटा अपना ज्यादातर वक्त कोलाबा स्थित अपने बंगले में बिताते हैं। रतन टाटा जी को सफ़ेद रंग जो की शांति का प्रतीक है बहुत पसंद है, इसिलए उन्होंने अपने इस बंगले को पूरी तरह से सफ़ेद पेंट कराया है, यहां तक की उनके इस बंगले के दरवाज़े व खिड़कियां को भी सफ़ेद रंग से पेंट कराया है।

टाटा ग्रुप से अपनी रिटायरमेंट के बाद उन्होंने इस बँगले को अपने हिसाब से डिज़ाइन कराया है। उनके इस बंगले में आधुनिक घरों में पाई जाने वाली सभी सुविधाएँ मौजूद है जैसे की कार पार्किंग, स्विमिंग पूल अदि। अपने इस घर में उन्होंने अपने पढ़ने के लिए एक स्टडी रूम भी बनवाया है।

Tata Group के बारे में | About Tata Group

टाटा ग्रुप एक भारतीय बहुराष्ट्रीय समूह है, जिसका मुख्यालय भारत के मुंबई में स्थित है। टाटा समूह की स्थापना श्री जमशेदजी टाटा के द्वारा 1968 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी शासित मुंबई प्रेसिडेंसी में की गई थी। वर्तमान में टाटा भारत समेत दुनिया के 100 से अधिक देशों में अपना व्यवसाय कर रही है। नटराजन चंद्रशेखरन वर्तमान में टाटा समूह के चेयरमैन है। टाटा समूह भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक समूहों में से एक है। आमतौर पर टाटा संस के अध्यक्ष पद पर कार्यरत व्यक्ति ही टाटा समूह का भी अध्यक्ष होता है। टाटा समूह के अब तक सात अध्यक्ष रह चुके हैं।

  • जमशेदजी टाटा (1868 – 1904)
  • सर दौराब टाटा (1904 – 1932)
  • नौरोजी सकलात वाला (1932 – 1938)
  • जेआरडी टाटा (1938 – 1991)
  • रतन नवल टाटा (1991 – 2012)
  • साइरस मिस्त्री (2012 – 2016)
  • रतन नवल टाटा (2016 – 2017) अंतरिम कार्यभार
  • नटराजन चंद्रशेखरन (2017 – वर्तमान तक)

Conclusion: Ratan Tata’s Biography In Hindi

रतन टाटा एक सीधे साधे, सादगी पसंद, उच्च विचारों वाले, आदर्श व्यक्ति हैं। उनका मानना है कि व्यक्ति अपनी मेहनत और लगन से दुनिया में जो चाहे हासिल कर सकता है। बस उसे अपने काम के प्रति पूरी इमानदारी से जुटे रहना होगा। कठिन परिस्थितियों से कभी न घबराए। उनका मानना है कि जीवन में छोटे-मोटे उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। आपको इनसे डरना नहीं है। क्योंकि उनके अनुसार

“जीवन में आगे बढ़ने के लिए यह उतार-चढ़ाव भी जरूरी है। क्योंकि ईसीजी मशीन में भी एक सीधी लाइन आ जाने पर व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया जाता है।”

Ratan Tata Quotes in Hindi

Some frequently asked questions about Ratan Tata ( FAQ )

प्रश्न – Ratan Tata ने Coronavirus के दौरान कितनी Donations की?

उत्तर – Tata Trust के चेयरमैन Ratan Tata ने Covid – 19 के ख़िलाफ़ जंग में टाटा ट्रस्ट की तरफ़ से 500 करोड़ रूपए की आर्थिक सहायता देने का वादा किया है। सभी प्रभावित समुदायों की रक्षा करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए Ratan Tata द्वारा Donations के रूप Coronavirus से लड़ने की लिए दी जा रही यह सहायता निम्न रूप में दी जाएगी।

  • अग्रिम पंक्ति चिकित्सा कर्मियों के लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट्स।
  •  बढ़ते मामलों के इलाज के लिए रेस्पिरेटरी सिस्टम्स।
  •  प्रति व्यक्ति परीक्षण बढ़ाने के लिए टेस्टिंग किट।
  •  संक्रमित रोगियों के लिए मॉड्यूलर उपचार सुविधाएं स्थापित करना।
  •  स्वास्थ्य कर्मचारियों और आम जनता का ज्ञान प्रबंधन और प्रशिक्षण।

प्रश्न – JRD Tata और Ratan Tata का Relation क्या है?

उत्तर – Ratan Tata ने अपने एक इंटरव्यू में JRD Tata के साथ अपनी Relationship के बारे में बात करते हुए कहा की वह मेरे लिए ‘एक पिता और एक भाई की तरह’ थे। लेकिन ऊपर दिए Tata family Chart में आप स्पष्ट रूप से देख सकते है की JRD Tata, Ratan Tata के पिता के दूर के रिश्ते में भाई लगते थे। इसलिए रतन टाटा जी JRD Tata को अंकल कह कर सम्बोधित करते थे।

प्रश्न – क्या Ratan Tata जी पायलट है?

Ratan Tata जी एक प्रशिक्षित पायलट है। Ratan Tata जी, 2007 में बैंगलोर में एयरो इंडिया शो के दौरान F-16 Falcon ( फाइटिंग फाल्कन ) उड़ाने वाले पहले भारतीय नागरिक थे। एक बार उन्होंने अमेरिकी वायु सेना के ब्लाक 50 से संबंधित लड़ाकू विमान का लगभग 40 मिनट के लिए सह-संचालन भी किया था।

प्रश्न – Ratan Tata जी के पास कितनी कार हैं?

रतन टाटा जी को कार चलाने का बड़ा शौक है। Ratan Tata जी कारों के बहुत बड़े शौकीन है। इसलिए Ratan Tata जी के पास एक बहुत बड़ा Car Collection है। उन्होंने अपने कोलाबा स्थित बँगले में अपनी कारों को खड़ा करने के लिए एक स्पेशल पार्किंग एरिया बनवाया है। रतन टाटा जी के पास लक्जरी फेरारी से लेकर टाटा नेक्सन तक जो कारें है उनकी एक लम्बी लिस्ट है जिनमें से कुछ निचे दी गई है।

  • फेरारी कैलिफोर्निया।
  • मर्सिडीज-बेंज 500 SL।
  • कैडिलैक XLR।
  • मर्सिडीज-बेंज W124।
  • मर्सिडीज-बेंज एस-क्लास।
  • क्रिसलर सेब्रिंग।
  • लैंड रोवर फ्रीलैंडर।
  • टाटा इंडिगो मरीना।

इनके बारे में भी पढ़े -:

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